सोमवार, 13 अगस्त 2012

36. वस्तुस्थिति



जो आप चाहें सो आप करें , यह स्वतंत्रता है


जो आप करें सो आप चाहें , यह प्रसन्नता है


इसीलिए नेता प्रसन्न हैं और जनता स्वतंत्र है


कुल मिला कर हम सभी इस देश में स्वच्छन्द हैं

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